प्राकृतिक तेलों को आयुर्वेद में मुख्य स्त्रोत माना है। एसेंसशियल तेल से लेकर वाहक तेल तक बॉडी पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। वाहक तेल यानी carrier oils को वनस्पति तेल भी कहा जाता है। जिनका उपयोग आवश्यक तेलों को हल्का बनाने के लिए किया जाता है। प्राकृतिक तेल न सिर्फ शारीरिक और मानसिक विकास के लिए अच्छे माने जाते है बल्कि ये आपको आध्यात्म और इमोशनल लेवल पर भी प्रभावित करते हैं। आप मानेंगे नहीं लेकिन ये तेल हमारा सौंदर्य बढ़ाने में भी बहुत मदद करता हैं। बालों में तेल लगाने के बारे में आपने सुना होगा लेकिन नाभि में तेल लगाने के चमत्कारी फायदों के बारे में आपने सुना है? नहीं ना अगर आपकी त्वचा ड्राय है या आपके पेट में दर्द है तो नाभि में कुछ बूंदे तेल की लगाने से आप कई तरह की समस्याओं से निजात पा सकती है। नाभि शरीर का बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है, इससे शरीर के कई महत्वपूर्ण चक्र जुड़े हुए हैं। आज हम आपको इस आर्टिकल में नाभि में तेल लगाने के कुछ रहस्यों के बारे में बताएंगे। नाभि में तेल की चंद बूंद लगाएं, इन दर्द और तकलीफ से छुटकारा पाएं अदरक और पुदीनें का तेल अपच, दस्त ओर फूड...